
यह पुस्तक नहीं — संस्कारों की पुनर्स्थापना करती हुई हिन्दू क्रांति है।
हिन्दू संस्कृति के गौरवशाली इतिहास से जुड़ी प्रेरक कथाएँ और दृष्टांत लिए महाराज दुष्यंत और महारानी शकुंतला की अनकही प्रेम गाथा और धर्म उपदेश है। अधिकांश हिन्दुओं ने अनेक नीति पढ़ी अथवा सुनी होंगी किंतु इस अत्यंत प्राचीन पत्नीनीति का नाम तक नहीं सुना होगा। आप इस महान गाथा को पढ़कर आश्चर्य चकित हो जाओगे कि ऐसी पुस्तक आज तक लुप्तप्राय: क्यों रही?