
राम प्रसाद बिस्मिल
- अमर बलिदानी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल जी ने महज 30 साल की उम्र में अंग्रेजी शासन की नींव को हिला कर रख दिया था ।
- इनके अध्यक्षता में किए गए 'काकोरी काण्ड' जिसमें महज 10 क्रान्तिकारियों ने अंग्रेजों की खजाने से भरी पूरी रेल को लूट लिया था ।
- इन्हें 'क्रान्तिकारी गुरु' के नाम से भी जाना जाता है ।
- 'सर फरोसी की तम्मना' देशभक्ति गीत पंडित जी की ही मुख्य रचनाओं में से एक है ।
- 19 दिसम्बर 1927 को इन्हें गोरखपुर जेल में फाँसी दी गई थी ।
- पंडित राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा फाँसी से तीन दिन पूर्व जेल में गई "आत्मकथा" बहुत प्रचलित है ।